मन के जो भाव हैं, मेरे पास शब्द नहीं हैं उन्हें लिखने के लिए। मन के जो भाव हैं, मेरे पास शब्द नहीं हैं उन्हें लिखने के लिए।
साथ देगा हर घडी़ यकीन था जिन पर वो हर शख्स अब मगरूर हो गया है। साथ देगा हर घडी़ यकीन था जिन पर वो हर शख्स अब मगरूर हो गया है।
जितना गहराई में चलते जाओगे उतना मुझसे रूबरू होते जाओगे। जितना गहराई में चलते जाओगे उतना मुझसे रूबरू होते जाओगे।
दिवस आया एक नया लेकर रंगों की सौगात गाओ रे फाग मंगल गीत दिवस आया एक नया लेकर रंगों की सौगात गाओ रे फाग मंगल गीत
मात्रा गिनती, छंद, रदीफ़, काफिया ना जानूं, मेरी गजल तो कविता में ही साकार होती है। मात्रा गिनती, छंद, रदीफ़, काफिया ना जानूं, मेरी गजल तो कविता में ही साकार हो...
तुझे कैसी फ़िकर है तुझे कैसी फ़िकर है